Corruption in the world. Economic/financial and all the other ways of this evil. India is topper. World champion.
Wednesday, 21 August 2013
Friday, 16 August 2013
पुलिस राज्य शिकायत प्राधिकरण
आवेदक
:- जसवन्त
सिंह जंगपांगी
तहसील वार्ड
डीडीहाट
नियर रोडवेज
स्टेशन डीडीहाट
जनपद पिथौरागढ़
सेवा
में
पुलिस राज्य
शिकायत प्राधिकरण
उत्तराखंड शाशन
देहरादून
माननीय
का नोटिस जसवंत सिंह बनाम
जौलजीबी पुलिस फैसला 19
ऑगस्ट 2013
को प्राप्त
हुआ है |
जिससे माननीय
एवं दुनिया के महान लोकतंत्र
के इतिहास में संवेदनाओं से
परिपूर्ण मानवीय फैसला कहा
जाएगा | उस
समुदाय उस बेबस लाचार आदिवासी
महिला (राजिवंरौत)
जिसका अपना
दूर के रिश्ते में भी एक चतुर्थ
श्रेणी का कर्मचारी तक नहीं
, जो
देश एवं समाज में आखरी पंक्ती
में खडी लाचार बेबस दुर्लभ
विलोपन के कगार में जिनकी
जनसंख्या घटती जा रही है,
कुपोषण
अल्प आयु अशिक्षा देश में सबसे
कम जनसंख्या आज भी सभ्य समाज
से दूर आदम स्थीती में तालुक
वाले महिला एवं समुदाय को
सामाजिक न्याय और अधिकार देगा
माननीय राज्य पुलिस प्राधिकरण
दोषी पुलिस कर्मचारी व् औनको
बचाने वाले जांच अधिकारियों
को सख्त सजा की कार्यवाही
करेगी 19
ऑगस्ट 2013
| में काश
मान सिंह पुत्र इंद्र सिंह
आदिवासी (वनरोत)
मानव नहीं
गुलदार या चीता भालू या शेर
होता उसके लापता होने पर हडकंप
मच जाता,
मान सिंह
के पुलिस हिरासत से लापता होने
पर किसी ने तब्बजो नहीं दी |
संवेदन हीन
होकर समाज,
प्रशासन,मानवाधिकारों
के रक्षको पुलिस एवं समाज के
ठेकेदारों ने मरने दो वन मानुष
ही तो है |
मीडिया के
पेड़ न्यूज चेनल टीआरपी के लिए
भी कोई मायने नहीं रखता दुबला
पतला मैले कुचेले कुरूप शक्ल
सूरत निम्न कदखाठी किसी अखबार
या टीवी स्क्रीन को दौलत की
बरसात नहीं कर सकती है ऐसे टो
महानगरो के फुटपाथो पर सेकड़ो
दीखते है|
रौबदार
गुलदार चीता भालू चाहिए |
मरनासन पड़े
आदिवासियों का क्या जरूरत
मीडिया में या वह सभ्य समाज
में रसुक वाला होता |
हृदय विहीन
संवेदन विहीन समाज खुलकर उनका
उपयोग कमायी तथा राजनीती में
करती है |
जरूरत पड़ी
विधायक बना दिया जरूरत नहीं
समझी दूध में से मक्खी की तरह
बाहर कर दिया |
एक आदिवासी
की जान की कीमत एक दो लाख की
बैंक ऍफ़ डी जहा क्षेत्र में
इससे ज्यादा कीमत लगाई जाति
है जंगली जानवरों के अंगो की
तथा जड़ी बूटियों की जब मानव
ही नहीं रहेगा फिर पर्यावरण
संरक्षण किसके लिए |
मुझे धमकी
दे रही है पुलिस ,
जान ही तो
लेगे मेरे जजबात नहीं |
पत्र
महामहिम राज्य पाल को भी
पृष्ठांकित है |
जसवन्त
सिंह जंगपांगी
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