सैकड़ों आवेदनो के बाद कई संघर्षो महामहिम राष्ट्रपति ने कार्यवाही आरम्भ कर दिए सबूतों के ढेर है मेरे पास नही है तो पैसा जिसके चलते मै आदिम जनजाति को इंशाफ़ नही दिला पा रहा हू ब्लॉग मई एक एक सबूत है मै माननीय केजरीवाल तथा आम आदमी पार्टी का आभारी हु जिन्होंने मुझे सहयोग किया आखिरी सांसों तक मई प्रयास करूँगा
शर्मनाक है समूचे विश्व के मानव अधिकार के लिए घड़याले आँशु बहाने वाले मिडिया राजनेता समाज के ठेकेदारों के लिए महामहिम माननीयों के लिए १२ - १४ की आयु से अवयस्क जन जाति के आजीवन कारावास की सजा उत्तराखंड के जेलों मई वयस्कों के साथ काट रहे है वर्ष २००५ से मिलने वाला पैरवी करने वाला कोई नही। सम्पूर्ण समुदाय बी पी एल एवं अशिक्षित आज भी आदम स्थिति मै. वन राजी जनजाति की संख्या घटते जा रही हैं। वन जनजाति मान सिंह २००७ से पुलिस हिरासत से लापता हैं।
महामहिम राज्यपाल बाल संरक्षण आयोग तथा माननीय हाई कोर्ट नैनीताल के जाँच आदेश पर वर्ष २००५ मैँ अवयस्क कैदी मात्र १२-१४ साल के थे फिर रिहाई मै संकोच क्यों ?