शिकायतकर्ता
- कैलाश सिंह टोलिया
पुत्र भवान सिंह टोलिया
तहसील
वार्ड डीडीहाट
जनपद
– पिथौरागढ़
उतराखंड
सेवा में
श्रीमान
कलक्टर महोदय
जनपद
पिथौरागढ़
उत्तराखंड
विषय
:- श्रीमान के
जांच आदेश पत्रांक 13671 दिनांक
22.4.2013 में तहसीलदार
उपजिला अधिकारी
डीडीहाट द्वारा निर्मूल भ्रमित
एवं झूठा जांच आख्या माननीय
लोक आयुक्त उत्तराखंड
में पंजीकृत शिकायत में
जवाबदेही से संलग्नो का सूक्ष्म
जांच पारदर्शिता से
दोषियों पर अपराधिक मामला
पंजीकृत शिकायत में जवाब देहि
से संलग्नो का सूक्ष्म
जांच पारदर्शिता से दोषियों
पर अपराधिक मामला पंजीकृत
दलित उत्पीडन सरकारी
सम्पति नष्ट करने सरकारी धन
का दुरूपयोग करने झूठा जांच
आख्यायो से माननियो
को गुमराह करने में शिकायत
,माननीय लोकआयुक्त
एवं अनुसूचित जनजाति
प्रांतीय आयोग एवं माननीय
अनुसूचित जनजाति मामले भारत
सरकार को भी
पृष्ठांकित है |
महोदय
वर्ष
2009 में रोडवेज स्टेशन
डीडीहाट किमी 315 ओगला
थल मार्ग के किनारे 4
मीटर में हमारे
घर के आगे नगर पंचायत डीडीहाट
द्वारा पूर्व के सार्वजनिक
शौचालय पेशाब घर तथा पैदल
मार्ग को नगर पंचायत बोर्ड
द्वारा जीर्ण शीर्ण घोषित
करके ध्वस्त कर नया सम्स्तो
का निर्माण हमारे निवास आगे
करना आरम्भ कर दिया था हमारे
ऐतराज करने पर भी भा०ज०पा०
समर्थको के हित में उपरोक्त
निर्माण कर दिया गया |
उपरोक्त मामले
में लो०नि०वि० प्रांतीय खंड
डीडीहाट द्वारा रोडलैंड
कंट्रोल एक्ट 1945 का
उल्लघन तथा अतिक्रमण करार
करते हुए नोटिस में नोटिस नगर
पंचायत को जारी किया गया |
नोटिसो को
क्रमशः श्रीमान कलक्टर तथा
उपजिला अधिकारी को पृष्ठांकित
था | फिर
भी अवैध निर्माण जारी रखा गया
| नगर
पंचायत द्वारा अपने सफाई में
दिनांक 23 दिसम्बर
2005 को एक
झूठी दलील किया गया निर्माण
राज्य सरकार भूमि नगर पंचायत
की स्वमित्व वाली भूमि में
की जा रही है | जिसे
श्रीमान कलक्टर जनपद पिथौरागढ़
द्वारा नकातरे हुए उपजिला
अधिकारी डीडीहाट को सख्त आदेश
पारित तत्काल किया गया अधिशासी
अभियन्ता से विधिवत अनुमति
मिलने तक निर्माण स्थगित कर
दे | अपने
सामाजिक न्याय में अधिकारों
में लम्बा संघर्ष किया संवेदन
विहीन समाज में कोई सहयोगी
नहिओ हर किसी ने कुचला हमे
भाइयो ने पानी शौचालय का रास्ता
बंद कर दिया | माननीय
न्यायालय द्वारा 98000/-
कोर्ट फीस की
मांग जो हमारे सामर्थ्य से
बाहर की बात थी कोर्ट फीस जमा
न हो सका मामला ख़ारिज |
हाथ जोड़कर
गिडगिडाई थी मेरी माता जी
माननीय विधायक विशन सिंह चुफाल
के सामने विधायक जी आग बबूला
होकर फटकारा था यही बनेगा
शौचालय तथा पैदल मार्ग कहा
और बना कर दिखा दिया मार्ग
बदलने के लिए शासना आदेश नहीं
शाशन के पास | 1967 में
बेनाप आबादी नाप भूमि के सिलसिले
में श्रीमान परगना अधिकारी
द्वारा संस्तुति वाली भूमि
आजतक तहसील रिकार्ड में अंकित
नहीं हुआ है | बड़ा
भाई हेड मास्टर बांस बगड
मुनस्यारी ने 25 साल
पैत्रिक भूमि 10 मुट्ठी
भूमि को 5 हजार
में जसवंत सिंह खोलिया को बेच
डाला है तब में मात्र 10
साल का था |
कानून शेष भूमि
उसक अधिकार ही नहीं बनता है
पैत्रिक आवास में मध्य में
माता जी हमारे साथ रहती थी हेड
मास्टर ने पक्का निर्माण कर
हमारे शौचालय पानी का रास्ता
बंद कर दिया है हमे अब 200
मीटर घूम कर
दुसरो के घरो में जाना पड़ता
है | कब्जे
वाली भूमि में विशाल वर्षो
पुराना मेल का पेड़ काट कर न्य
निर्माण हेड मास्टर कर रह है
पंचो का फेसला बताकर |
जमीन नाम पर
2013 में
अंकित हुआ है परगनाधिकारी वन
विभाग तथा पुलिस द्वारा सुनी
नहीं जाति है, आर्थिक
मानसिक रूप से व्यथित होकर
माता जी का अचानक देहांत हो
गया है शौचालय पानी के पत्नी
बेटी व्यथित है हमे न्याय नहीं
मिला में यहाँ सब कुछ छोड़ कर
पलायान कर दूंगा |
कैलाश
सिंह टोलिया
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