माननीय
प्रधानमंत्री जी
डॉ.मनमोहन
सिंह
भारत
सरकार नयी दिल्ली
विषय
– देश में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार
मानवीय शोषण,दलितों
का अपमान,भारत सरकार
में, को माननीय के
संज्ञान में लाने हेतु |
देश
में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार
भारतीय जीवन बिमा निगम (L
.I .C .) में है | नारी
जीवन से शर्मनाक सवाल पूछकर
बीमा की स्वीकृति की जटिलता
मात्र पाखण्ड तथा खाना पूर्ति
होती है खुलेआम संविधानिक
कानूनों,बीमा
अधिनियमों की धज्जिया उड़ायी
जाती है खुलेआम फर्जी हस्ताक्षर
से डमी एजेंसी परीक्षा पास
डमी व्यवसाय रवेत बीमा पालसिया
खुलेआम बेचीं जाती है | फर्जी
मेडीकल खुला प्रचलन पार्टी
दिल्ली में, मुंबई
में, मेडिकल फिट
अरबो रूपया मेडिकल में व्यय
करती है, L .I .C . जो
पूर्ण रूप से फर्जी होता है
| L .I .C .के इतिहास में
एक नया चेप्टर जोड़ा एक आदिवासी
ने एजेंसी संख्या 4490405 तथा
13320 शाखा डीडीहाट
ने 4490405 एजंसी को 1991
से व्यवसाय ना करने
पर भी रिनुवल कमीशन L .I C. अपने
अधिनियमों के विरुद्ध देती
है एजंसी में गम्भीर आरोप
वर्षो कमिशनो के भुगतान में
रोक अपने सतर्कता से हारी है
L .I .C . 4490405 एजेंसी के
साथ अमानवीय व्यवहार नहीं
करते आज एजेंसी देश के टॉप
एजेंटो में होती | तो
आज अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित
जनजाति में सन्देश जाता,
दलित उत्थान आरक्षण
की नोकरी में नहीं अन्य क्षेत्रो
में है |
13320 डमी
एजेंसी पत्नी के नाम L . I .C
.के हर फर्जीवाड़ा का
पर्दाफाश लाखो में प्रीमियम
फिर छोड़ डी एजंसी, विकास
अधिकारी सबसे बड़ा अभिशाप है
L .I C . में एजंटो के
मेहनत पर मलाई मारता
है |अरबो
रूपया खर्च करती है L .I C
. डी ओ पर |
L .I C . के
फर्जीवाडा में अंकुश लगाया
जाय | देश
के हर नागरिक को बहुत कम प्रीमियम
में बहुत बड़ी सुरक्षा दी जा
सकती है | L .I C . भ्रष्टाचार
में संघर्ष करने पर छह माह की
सजा काटी है इतिहासिक जेल
अल्मोड़ा में,जहाँ
देश के आजादी के संघर्ष में
महान आत्मा देश के प्रथम
प्रधानमंत्री पंडित जवाहर
लाल नेहरु ने यातना भोगी थी
| बहुत
प्रेरणा मिली उनके जीवन से
बहुत सुंदर है अल्मोड़ा |
सजा नहीं ट्रेनिग
थी भ्रष्टाचार तथा उत्पीडन
के खिलाफ संघर्ष के लिए |
निर्दोष था
तभी अपील नहीं किया था |
मुझे सजा
अधिकारों का दुरुपयोग न्यायिक
प्रणालियों का उल्घंन था |
R.T.I . से लम्बे
संघर्षो से L .I C . के
भ्रष्टाचार का पर्दा फास किया
है R.T.I. से
L .I C . 22 सालो
का T .D .S. आयकर
देने पर बेबस हुआ है जिससे
माननीय आयकर आयुक्त ने सरासर
आयकर अधिनियमों का उल्लघंन
तथा दण्डनीय करार दिया है |
पूर्वाग्रह
से ग्रस्त L .I C . प्रबंधन
द्वारा वित्तीय क्षति देने
के लिए जानबूझ कर टी.डी.एस.
नहीं दिया जाता
था |
जिसे
L .I C . लाखो
का भुगतान वर्षो से करती है
उसे आयकर दाता होने चाहिये
था उसके पास बी0 पी0
एल0 का
राशन कार्ड पर्दाफाश R.T
.I . से |
पांच
सौ करोड़ का मुवाअजा भी कम है
L .I C .पर |
L .I C . ने जानबूझ
कर अपने गलतियों को छिपाने
के लिए मेरी रोजी रोटी छिनी
है मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा
को धूमिल किया है न्याययिक
मजिस्ट्रेट तथा पुलिस को
रिश्वत देकर सजा दिलायी है |
सबसे
बड़ा शोषण मानवीय शौषण बी0
आर0 ओ0
सीमा सडक संगठन
भारत सरकार में होता है |
बी0
आर0 ओ0
लद्दाख से लेकर
अरुणाचल प्रदेश तक देश सुरक्षा
तथा जनहित में सडको तथा सेतु
का निर्माण दैनिक मजदूरो के
सहयोग से वीरान परिस्थियों
माईनस तापमान खतरनाक हिम
ग्लेशियरो तीव्र हिम नदियों
गर्म मरुस्थलो में जोखिम उठाकर
अपने इंजीनियरों पाइनियरो
तथा दैनिक मजदूरो के सहयोग
से सडक सेतु का निर्माण करती
है हजारो दैनिक मजदूर कई
प्रान्तों के मजदूर मजदूरी
करते है | पाइनियरो
इंजीनियरों अधिकारियों को
वही वेतन तथा सुविधा,वेतन
दिया जाता है जो भारतीय सेना
को दिया जाता है | दैनिक
मजदूरों को निम्न दैनिक भत्ते
के अलावा कुछ भी नहीं मिलता
है | घर
से हजारो किमी0 बाहर
रहने मजदूरी में सरकारी तथा
प्राइवेट सेक्टरो में मिलने
वाले से बहुत कम होता है |
मस्टोल
दैनिक मजदूरी में खुला भ्रष्टाचार
होता इंजीनियर अधिकारी पाइनियर
मजदूरों से बेकार तथा राशन
सामान, शराब
तथा कपडे बेचते है, भेदभाव
क्यों राष्ट्रहित में मजदूरों
का महत्वपूर्ण योगदान रहते
हुए भी | आखिर
मजदूर भी भारत माता की संतान
है फिर भेदभाव क्यों ?
अनुसूचित
जाति,जनजातियो
का खुलेआम अपमान करती है L
.I .C .| विभागीय
पदोन्नति में अनुसूचित जाति,
जनजातियो को
मंद बुद्धि का समझ कर विशेष
प्रशिक्षण की व्यवस्था करती
है हिन् भावनाओं के चलते |
क्या दलित मंद
बुद्धि का होता है ? बुद्धि
जात विशेष पर निर्भर करती है
,सपनो को
प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं
वरन उन्हें समझा जाता है |
क्या भारतीय
सेना में आरक्षण विहीन क्षेत्र
में अनुसूचित जाति जनजातियो
तथा आदिवासियों ने पदोन्नति
नही पायी है ?
भारत
रत्नं डॉ भीमराव अम्बेडकर,
मायावती
जी,कासीराम,
शेरपा तेन सिंह
महान सर्वेयर नैन सिंह रावत
पदम श्री लक्ष्मण सिंह
जंगपांगी,विजेंद्रीपाल
ने जो राष्टहित में किया क्या
आरक्षण के दायरे में रह कर
किया ? L .I .C .घटिया
हरकत नहीं करती तो में आज एक
आदिवासी टाप का एजेंट होता |
उत्तराखंड
राजनेता, मिडिया,
प्रशाशन,
पुलिस,न्यायपालिका,आयोग
आयुक्त, खुले
आम दलितों की अवहेलना तथा नजर
अंदाज करते है | एक
एक साक्ष्य मेरे ब्लाग में
है जिनका अवलोकन समूचा विश्व
कर रहा है |
सादर से
जसवंत सिंह
जंगपांगी
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