Wednesday, 3 April 2013

R.T.I. आवेदन लोकसूचना अधिकारी पुलिस अधिक्षक कार्यालय


भ्रष्टाचार विरोधी जन आन्दोलन
अन्ना हजारे जिंदाबाद अन्ना हजारे जिंदाबाद अन्ना हजारे जिंदाबाद अन्ना हजारे जिंदाबाद अन्ना हजारे अन्ना हजारे जिंदाबाद
सदस्य -जसवन्त सिंह जंगपांगी
R.T.I. कार्यकर्ता
E-mail-jjanpangi@gmail.com

R.T.I. आवेदन दिनांक …...................
शुल्क बतौर दस रुपया मात्र भारतीय पोस्टल आर्डर का उपयोग
श्रीमान -लोकसूचना अधिकारी
पुलिस अधिक्षक कार्यालय
जनपद पिथौरागढ़
विषय :-सिद्ध दोष केदियो एवं पुलिस हिरासत से लापता अभियुक्त के मोलिक अधिकारों एवं मानवता अधिकारों के उल्घंनो में स्वयं तथा R.T.I. के धारा 6 (3) के अंतर्गत जवाब देहि से पारदर्शिता पूर्ण सूचना चाहने बावत |

(1)

  1. मान सिंह रजवाड पुत्र इंद्र सिंह रजवाड बनरोत आदिवासी ग्राम किमतोली जमतड़ी थाना अस्कोट तहसील डीडीहाट जनपद पिथौरागढ़ को जोलजीबी पुलिस ने विजय सार से नशे के हालत में हिरासत में लिया था तब से घर वापस नहीं आया है सत्य है सुचना की कृपा की जाय |
  2. उपरोक्त मामले में मेरे द्वारा महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड शासन से शिकायत कि थी महामहिम के आदेश पर मामले में राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण उत्तराखंड ने जांच आरम्भ की थी, मेने राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण कार्यालय देहरादून में अपने बयान तथा साक्ष्य 6 सितम्बर 2011 को प्रस्तुत किया था सत्य है | उपरोक्त समन्ध में सम्बन्धित प्रतिलिपिया उपलब्ध करने की कृपा की जाय |
  3. उपरोक्त मामले में पुलिस द्वारा दी गयी स्पष्टीकरण तथा माननीय राज्य प्राधिकरण द्वारा की गयी निस्तारण तथा मानसिंह की पत्नी श्रीमती कौशल्या देवी पत्नी मान सिंह तथा ग्राम वासियों के बयानों की प्रतिलिपिया उपलब्ध कराने की कृपा की जाय |
  4. उपरोक्त मामले को रफा दफा करने चुप रहने के लिए कुछ लोगो के सहयोग से पुलिस द्वारा बी० पी० एल० अति गरीब मान सिंह के पत्नी कौशल्या देवी तथा बच्चो के नाम लांखो की F.D. की है सत्य है | F.D. की प्रतिलिपि उपलभ्ध कराने की कृपा की जाय |
(2)

  1. (1 ) गगन सिंह S/O जीत सिंह (2) जगत सिंह S/O मोहन सिंह उपरोक्त ग्राम वासियों पर थाना अस्कोट द्वारा साथी के हत्या में 2005 में निरुद्ध कर हिरासत में लिया था सत्य है | सूचना की कृपा तथा समस्त विवरण पुलिस सम्बन्धी उपलभ्ध कराने की कृपा की जाय |
  2. उपरोक्तो को आजीवन कारावास की सजा हुई है | उपरोक्त डीडीहाट,पिथौरागढ़,अल्मोड़ा जेलों में व्यस्क बन्दि कैदियों के साथ रहे है | जमानत की कार्यवाही गरीबी के कारण नहीं हुई थी सत्य है सूचना की कृपा की जाय |
  3. ग्राम सभा जमतड़ी के परिवार रजिस्टर तथा स्कूल रिकार्ड के अनुसार वारदात के समय उनकी आयु मात्र 12 -14 साल की थी पुलिस ने उन्हें 18 साल से ज्यादे की उम्र दिखाकर हत्या में चालान किया था सत्य है जो अमानवीय तथा अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लघंन है सूचना दे | उपरोक्तो से प्रतिलिपिया उपलब्ध कराया जाय
  4. राष्ट्रिय विधिक सेवा प्राधिकरण के नि:शुल्क विधिक सेवा के सहयोग से मेने उपरोक्तो के लिए जेल अपील माननीय हाईकोर्ट में दाखिल किया था जिसे माननीय हाईकोर्ट ने ख़ारिज कर दिया था पुष्टी कर सूचना जिला जेल हरिद्वार से करने की कृपा की जाय |
  5. महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड के आदेश पर मामले में एस० डी० एम० डीडीहाट ने माँ बाप ग्रामीणों तथा ग्राम प्रधान के बयान दर्ज तथा स्कूल तथा ग्राम सभा परिवार रजिस्टर की जांच की गयी थी जिसमे उपरोक्त नाबालिग साबित हुए थे फिर भी रिहायी नहीं हुई सत्यता में सूचना की समस्त प्रतिलिपिया उपलब्ध कराया जाय |
  6. उपरोक्त बच्चो ने हरिद्वार जेल से कक्षा पांच की परीक्षा उत्तीर्ण की है स्कूल द्वारा आयु का आकलन 2009 में 19-20 साल की है यानी वारदात 2005 के समय उपरोक्त 15 – 16 साल मात्र के ही थे सत्यता की सूचना हरिद्वार जेल से उपलब्ध कराने की कृपा की जाय |
  7. उपरोक्तो की आयु परिक्षण मेडिकल उपरोक्तो को आजीवन कारावास से निजात दिला सकती है सूचना की कृपा की जाय |
  8. उपरोक्तो से मिलने वालो की सूची जेलों से उपलब्ध कराने कृपा जाय |
  9. विलोपन के कगार में पहुचे दुर्लभ आदिवासी जिनकी जनसंख्या प्रदेश तथा देश में सबसे कम है जो आज भी आदम स्तिथि में है (राजी वनरोत ) जिनका आपराधिक इतिहास पूर्व में तनिक भी नहीं रहा है सत्य है जोलजिबी धारचूला डीडीहाट तथा अस्कोट में उपरोक्तो के खिलाफ पंजीकृत मुक्कदम्मो का दस साल के विवरणों की सूचना देने की कृपा की जाय |

(3)

  1. स्व नाथू राम पुत्र रतन राम नई बस्ती डीडीहाट जनपद पिथौरागढ़ द्वारा एन डी पी एस के अभियुक्त तिब्बती मूल के नेपाली नागरिको के जमानत लेने अभियुक्तों के न्यायालय में उपस्थित न होने पर माननीय जिला न्यायालय के आदेश पर डीडीहाट पुलिस द्वारा उपरोक्त के सामनो को जब्तकर नीलाम किया 1999 में जमानत राशी की भरपायी न होने पर डीडीहाट पुलिस ने उसे अल्मोड़ा जेल भेज दिया गया जहा वह गम्भीर रूप से बीमार पड़ गया, उसे घर भेज दिया गया घर में उसकी मृत्यु हो गयी वह शातिर अपराधी नहीं जमानती मात्र था उपरोक्त में सत्यता में सूचना उपलब्ध कराने हेतु थाना डीडीहाट,जिला जेल अल्मोड़ा तथा नगर पंचायत डीडीहाट से पुष्टी कर सूचना उपलब्ध कराने के कृपा की जाय |
  2. स्व नाथूराम पुत्र रतन के पत्नी जयन्ती देवी के पास पैसे बैंक में जमा थे | बैंक रशीद महान भाजपा नेता सभासद जय फार्मेसी के मालकिन आयकर दाता श्रीमती सुधा जोशी पत्नी बी डी जोशी के पास रखे थे जिसके घर जयंती देवी वर्षो से मेहरी का काम करती थी 26 सितम्बर 1999 को बैंक रशीद मांगने पर सुधा जोशी के परिवार जनो ने अनुसूचित जाति बाहुल्य नई बस्ती के सामने पति पत्नी को घसीट घसीट कर पीठा गया जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया | बिना रशीद बैंक जाने पर जिला सहकारी बैंक शाखा प्रबन्धक द्वारा यह कह कर धक्के मारकर बाहर किया गया तेरा बैंक में एक पैसा नही है थाना इंजार्ज बी बी यादव के सामने उसी रोज सुधा जोशी परिवार तथा शाखा प्रबन्धक के खिलाफ़ तहरीर दी गयी F.R.I. हेतु | कार्यवाही न होने पर मामला 5 सितम्बर 1999 को पुलिस उपाधीक्षक पी० सी० सागा के सम्मुख पंहुचा था जयंती देवी के अंगुलियों के निशान लेकर शीघ्र कार्यवाही का आश्वाशन दिया था | सभी प्रकरण मीडिया की सुर्खिया बनी कोई कार्य वाही नहीं हुई सत्य है सूचना की कृपा की जाय |
  3. उपरोक्त प्रकरणों के चलते 16 फरवरी 2000 को थाना डीडीहाट में केस स०28/2000 सरकार बनाम जसवन्त सिंह धारा 323,504,506 पंजीकृत हुआ था,जिसमे न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी द्वारा दोष मुक्ति के पश्चात् रिविजन में रिविजन माननीय सुप्रीम कोर्ट भारत सरकार तक शुक्र है माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा रिविजन स्वीकार नहीं किया गया सत्य है सुचना की कृपा जाय |
  4. केस स०29/2000 सरकार बनाम गिरीश जोशी तथा अन्य धारा एस० सी० एस० टी० एक्ट 323 ,504,506 पंजीकृत हुआ था 2000 में जिसमे पुलिस उपाधीक्षक पी० सी० सागा द्वारा एस० सी० एस० टी० ख़ारिज कर दिया गया | जिसे न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी द्वारा पुन: संज्ञान में लिया गया | फिर वर्ष 2000 माननीय हाईकोर्ट नैनीताल का स्टे | दोषी प्रचार प्रसार करता है हाईकोर्ट ने केस ख़ारिज कर दिया है पीड़ित को कोई सूचना नहीं दिया हाई कोर्ट ने सत्य है सूचना की कृपा जाय | माननीय सुप्रीमकोर्ट अपने अहम फेसलो में कह चुकी है यह कानून नहीं अपवाद है हाईकोर्ट को कोई अधिकार नहीं किसी अपराधिक मामले को ख़ारिज करने का | राष्ट्रीय विधिक आयोग से पुष्टिकर सूचना उपलब्ध कराने की कृपा की जाय |
  5. वर्ष 2001 में जयंती देवी पत्नी नाथूराम को जिला सहकारी बैंक द्वारा शपथ पत्र से दस हजार से ज्यादा का भुगतान किया गया पुलिस जांच में स्पष्ट हुआ था रशीद सुधा जोशी के पास थी उनके पति बी० डी० जोशी ने भी स्वीकारा था रशीद उनके पत्नी के पास ही थी , लोकायुक्त के जांच में जांच अधिकारी देवेन्द्र सिंह नेगी एसपी चित्रांगद वर्ष 2004 सत्य है सूचना की कृपा की जाय |
  6. वर्ष 2004 मामले में लोकायुक्त के जांच आदेश में जांच अधिकारी देवेन्द्र सिंह नेगी एस पी चित्रागंद | आरोपी- सुधा जोशी थाना इंचार्ज बीबी यादव पुलिस उपाधीक्षक पी० सी० सागा बैंक मैनेजर आर के बंसल मामला 1999,
    पीड़ित-जसवंतसिंह तथा जयंती देवी |
    बयान जसवन्त सिंह बीडी जोशी तथा बैंक मैनेजर भूपेंद्र बोरा मामला 2001 का बताकर सुधा जोशी को निर्दोष साबित किया गया पुलिस उपाधीक्षक देवेन्द्र सिंह ने सत्य है मामले में सम्पूर्ण जांच की प्रतिलिपिया उपलब्ध कराने की कृपा की जाय |
    () उपरोक्त जांच को अधुरा विवेक हीनता जानबूझकर दोषियों को पनाह देने वाला ऐसे जांच अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिये राष्ट्रीय विधि आयोग से पुष्टी कर सूचना की कृपा की जाय |
    () सुधा जोशी आर के बंसल शाखा प्रबंधक पुलिस अधिकारी पीडिता जयंती देवी के बयान पारदर्शिता पूर्ण जांच कही जा सकती है सूचना की कृपा की जाय |
  7. केस नम्बर 243/006 धारा I .P .C. 499 ,500 सुधा जोशी बनाम जसवन्त सिंह जंगपांगी
    आरोप
    (1) माननीय लोक आयुक्त ने दोष मुक्त किया |
    (2) 1999 में जयंती देवी के पैसे हडपने का आरोप लगाकर खबर छपवाई थी जसवन्त सिंह जंगपांगी 40 दिन सलाखों में फिर दोष मुक्त 13 मार्च 2012 को | आरोप बेबुनियाद निराधार न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी जूनियर डिविजन न्यायालय डीडीहाट से पुष्टिकर सत्यता में सूचना की कृपा की जाय |
  8. 1999 में पुलिस बैंक अगर मानवीय संवेदनाओ में कार्य करती तो जयंती देवी को 1999 में पैसा मिल जाता | बैंक एफ डी कभी भी तोड़ी जा सकती है दूसरे जमानती धनी राम ने पांच हजार जमा किये सज से बज गया आज वह बी० स० एफ० में है | मात्र 5 हजार के अभाव में तबाह हो गया दलित परिवार | मेरी जिंदगी के 13 साल बर्बाद फिर भी आत्म संतुष्टी है दलित महिला झूठी नहीं थी ईमानदारी टेलेन्ट जात धर्म तथा क्षेत्र पर निर्भर नहीं करती है | नाथू राम की हत्या हुई है जिसके दोषी है बैंक,सुधा जोशी तथा परिवार तथा पुलिस सत्य है | सूचना दे |
आवेदन राष्ट्रीय एवं प्रान्तीय सूचना आयोगों को पृष्ठंकित है |



जसवन्त सिंह जंगपांगी  

No comments:

Post a Comment