B. R. Ambedkar
|
Corruption in the world. Economic/financial and all the other ways of this evil. India is topper. World champion.
Sunday, 14 April 2013
Friday, 12 April 2013
इंसाफ चाहिये
72
वर्षीय
आदिवासी महिला कौशल्या देवी
टोलिया का अपने सामाजिक न्याय
तथा अधिकारों में संघर्ष तथा
मृत्यु
संवेदन
विहीन ह्रदय विहीन क्षेत्र
में कोई सहयोगी नहीं न्याय
पालिका ,लोकायुक्त
अनुसूचित जाति जनजाति आयोग
सूचना आयोग तथा प्रशासन में
बी.पी.एल.
महिला
का अकेला संघर्ष 98
हजार
रुपया कोर्ट फीस जमा न कर सकने
पर इंसाफ से वंचित R.T.I.
से
हर उत्पीड़नो का पर्दा फास
इंसाफ
चाहिये
माननीय
लोकायुक्त
महोदय
उत्तराखंड
शाशन देहरादून
द्वारा
उपजिलाधिकारी डीडीहाट पिथौरागढ़
शिकायत
कर्ता :- कैलाश
सिंह टोलिया पुत्र स्व श्री
भवान सिंह टोलिया रोडवेज
स्टेशन डीडीहाट
पिथौरागढ़
माननीय
मेरे शिकायत पर माननीय द्वारा
श्रीमान जिलाधिकारी अधिकारी
महोदय को जाँच आख्या प्रस्तुती
के आदेश पर में माननीय लोकायुक्त
का आभार व्यक्त करता हूँ |
मेरी
माता स्व कौशल्या देवी पत्नी
स्व भवान सिंह तहसील वार्ड
डीडीहाट ने माननीय विधायक
विशन सिंह चुफाल से हाथ जोड़कर
गिडगिडा कर अनुरोध किया था,हमारे
घर के आगे पेशाब घर शौचालय,पैदल
मार्ग तथा पाइपो का
जाल न बिछाया जाय |
पूर्वाग्रह
से ग्रस्त विधायक ने आग बबूला
होकर वहा पर चीयर पर्सन मुन्नी
देवी सभासद,गंगा
सिंह चुफाल को आदेश दिया,लक्ष्मण
राम के घर से पेसाब घर हटाओ ओर
इनके घर के आगे बनाओ,
और
दूकान की दरे लक्ष्मण राम के
सामने बनाओ |
शौचालय
पूर्व में भगत सिंह टोलिया,भगवान्
सिंह टोलिया तथा लक्ष्मण सिंह
टोलिया के आगे था उसे ध्वस्त
कर नया शौचालय पेशाब घर हमारे
घर के आगे, व्
लक्ष्मण राम की दुकाने बन गयी
|
धव्स्तीकरण
नव निर्माण उनके हित में किया
गया,जिनके
नाम पर उपरोक्त जगह पर भूमि
शून्य है | और
तहसील प्रशाशन ने लिख डाला
हमारा अवेध कब्ज़ा है |
आज
R.T.I. कार्यकर्ता
जसवन्त सिंह के अथाह प्रयासो
ने साबित कर दिया रोडवेज स्टेशन
में सबसे ज्यादा भूमि स्व भवान
सिंह मोहन सिंह के नाम से है
|
11.02.2013
को
श्रीमान उपजिलाधिकारी प्रस्तुत
आवेदन व् साक्ष्यो को इन्साफ
के नजरिये से देखा जाय तो 38
मुठ्ठी
भूमि हमारे नाम से है |
R.T.I.
से
साबित हुआ है निर्माण ध्वस्तीकरण
गैर कानूनी,सरकारी
धन का दुरपयोग,बिना
एन० ओ० सी० ,रोड
लैंड कण्ट्रोल एक्ट का उल्लंघन
लोकनिर्माण विभाग के नोटिसो
की अवहेलना तथा श्रीमान
जिलाधिकारी के आदेशो की अवहेलना
है | प्रशासन
आदेश तक, लोकनिर्माण
विभाग नोटिश तक सिमित रहा है
राजनीति के दबाव में,
जबकि
उपरोक्त अतिक्रमण पर प्रशासन
कार्यवाही के लिए सक्षम है |
नगर
पंचायत जैसे संस्था को अतिक्रमण
पर अंकुश लगाना चाहिये था,पर
स्वयं नगर पंचायत डीडीहाट ने
राजमार्ग पर अतिक्रमण कर
राष्ट्रद्रोही कार्य तथा
दलित का उत्पीडन किया है |
दुरभाग्य
पूर्ण था माननीय न्यायालय
नि:शुल्क
विधिक सेवा प्राप्त बी० पी०
एल० परिवार से 98000/-
हजार
कोर्ट फीस की मांग करना |
फीस
जमा न कर सकने पर केस ख़ारिज |
मार
डाला मेरी माता को विधायक विशन
सिंह चुफाल ने,नगर
पंचायत डीडीहाट ने,लोकनिर्माण
विभाग ने प्रशाशन तथा न्यायपालिका
ने तथा भाईयो ने |
संवेदनहीन
ह्रदय विहीन समाज में हमारा
सहयोगी कोई नहीं,भाइयो
ने पैत्रिक आवास में पक्का
निर्माण कर हमारा शौचालय तथा
पानी का रास्ता अवरुद्ध कर
डाला व्यथित होकर माता जी
बीमारी के हालात में दूसरे
के घर में रहने पर बेबस थी |
जहाँ
उनकी मृत्यु हो गयी है |
महोदय
में बेरोजगार बी० पी० एल०
व्यक्ति हूँ मेरा एक भाई हेड
मास्टर दूसरा भाई १० नम्बरी
है माता जी मेरे साथ रहती थी
| आज
भी उपरोक्त मेरे पत्नी तथा
नाबालिग पुत्री को शौच तथा
पानी से वंचित रखे हुए है |
हमे
पैत्रिक सम्पति से वेदखल करने
की साजिस की जा रही है हमे
इन्साफ एवं सुरक्षा दी जाय |
कैलाश
सिंह टोलिया
माननीय प्रधानमंत्री जी
माननीय
प्रधानमंत्री जी
डॉ.मनमोहन
सिंह
भारत
सरकार नयी दिल्ली
विषय
– देश में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार
मानवीय शोषण,दलितों
का अपमान,भारत सरकार
में, को माननीय के
संज्ञान में लाने हेतु |
देश
में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार
भारतीय जीवन बिमा निगम (L
.I .C .) में है | नारी
जीवन से शर्मनाक सवाल पूछकर
बीमा की स्वीकृति की जटिलता
मात्र पाखण्ड तथा खाना पूर्ति
होती है खुलेआम संविधानिक
कानूनों,बीमा
अधिनियमों की धज्जिया उड़ायी
जाती है खुलेआम फर्जी हस्ताक्षर
से डमी एजेंसी परीक्षा पास
डमी व्यवसाय रवेत बीमा पालसिया
खुलेआम बेचीं जाती है | फर्जी
मेडीकल खुला प्रचलन पार्टी
दिल्ली में, मुंबई
में, मेडिकल फिट
अरबो रूपया मेडिकल में व्यय
करती है, L .I .C . जो
पूर्ण रूप से फर्जी होता है
| L .I .C .के इतिहास में
एक नया चेप्टर जोड़ा एक आदिवासी
ने एजेंसी संख्या 4490405 तथा
13320 शाखा डीडीहाट
ने 4490405 एजंसी को 1991
से व्यवसाय ना करने
पर भी रिनुवल कमीशन L .I C. अपने
अधिनियमों के विरुद्ध देती
है एजंसी में गम्भीर आरोप
वर्षो कमिशनो के भुगतान में
रोक अपने सतर्कता से हारी है
L .I .C . 4490405 एजेंसी के
साथ अमानवीय व्यवहार नहीं
करते आज एजेंसी देश के टॉप
एजेंटो में होती | तो
आज अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित
जनजाति में सन्देश जाता,
दलित उत्थान आरक्षण
की नोकरी में नहीं अन्य क्षेत्रो
में है |
13320 डमी
एजेंसी पत्नी के नाम L . I .C
.के हर फर्जीवाड़ा का
पर्दाफाश लाखो में प्रीमियम
फिर छोड़ डी एजंसी, विकास
अधिकारी सबसे बड़ा अभिशाप है
L .I C . में एजंटो के
मेहनत पर मलाई मारता
है |अरबो
रूपया खर्च करती है L .I C
. डी ओ पर |
L .I C . के
फर्जीवाडा में अंकुश लगाया
जाय | देश
के हर नागरिक को बहुत कम प्रीमियम
में बहुत बड़ी सुरक्षा दी जा
सकती है | L .I C . भ्रष्टाचार
में संघर्ष करने पर छह माह की
सजा काटी है इतिहासिक जेल
अल्मोड़ा में,जहाँ
देश के आजादी के संघर्ष में
महान आत्मा देश के प्रथम
प्रधानमंत्री पंडित जवाहर
लाल नेहरु ने यातना भोगी थी
| बहुत
प्रेरणा मिली उनके जीवन से
बहुत सुंदर है अल्मोड़ा |
सजा नहीं ट्रेनिग
थी भ्रष्टाचार तथा उत्पीडन
के खिलाफ संघर्ष के लिए |
निर्दोष था
तभी अपील नहीं किया था |
मुझे सजा
अधिकारों का दुरुपयोग न्यायिक
प्रणालियों का उल्घंन था |
R.T.I . से लम्बे
संघर्षो से L .I C . के
भ्रष्टाचार का पर्दा फास किया
है R.T.I. से
L .I C . 22 सालो
का T .D .S. आयकर
देने पर बेबस हुआ है जिससे
माननीय आयकर आयुक्त ने सरासर
आयकर अधिनियमों का उल्लघंन
तथा दण्डनीय करार दिया है |
पूर्वाग्रह
से ग्रस्त L .I C . प्रबंधन
द्वारा वित्तीय क्षति देने
के लिए जानबूझ कर टी.डी.एस.
नहीं दिया जाता
था |
जिसे
L .I C . लाखो
का भुगतान वर्षो से करती है
उसे आयकर दाता होने चाहिये
था उसके पास बी0 पी0
एल0 का
राशन कार्ड पर्दाफाश R.T
.I . से |
पांच
सौ करोड़ का मुवाअजा भी कम है
L .I C .पर |
L .I C . ने जानबूझ
कर अपने गलतियों को छिपाने
के लिए मेरी रोजी रोटी छिनी
है मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा
को धूमिल किया है न्याययिक
मजिस्ट्रेट तथा पुलिस को
रिश्वत देकर सजा दिलायी है |
सबसे
बड़ा शोषण मानवीय शौषण बी0
आर0 ओ0
सीमा सडक संगठन
भारत सरकार में होता है |
बी0
आर0 ओ0
लद्दाख से लेकर
अरुणाचल प्रदेश तक देश सुरक्षा
तथा जनहित में सडको तथा सेतु
का निर्माण दैनिक मजदूरो के
सहयोग से वीरान परिस्थियों
माईनस तापमान खतरनाक हिम
ग्लेशियरो तीव्र हिम नदियों
गर्म मरुस्थलो में जोखिम उठाकर
अपने इंजीनियरों पाइनियरो
तथा दैनिक मजदूरो के सहयोग
से सडक सेतु का निर्माण करती
है हजारो दैनिक मजदूर कई
प्रान्तों के मजदूर मजदूरी
करते है | पाइनियरो
इंजीनियरों अधिकारियों को
वही वेतन तथा सुविधा,वेतन
दिया जाता है जो भारतीय सेना
को दिया जाता है | दैनिक
मजदूरों को निम्न दैनिक भत्ते
के अलावा कुछ भी नहीं मिलता
है | घर
से हजारो किमी0 बाहर
रहने मजदूरी में सरकारी तथा
प्राइवेट सेक्टरो में मिलने
वाले से बहुत कम होता है |
मस्टोल
दैनिक मजदूरी में खुला भ्रष्टाचार
होता इंजीनियर अधिकारी पाइनियर
मजदूरों से बेकार तथा राशन
सामान, शराब
तथा कपडे बेचते है, भेदभाव
क्यों राष्ट्रहित में मजदूरों
का महत्वपूर्ण योगदान रहते
हुए भी | आखिर
मजदूर भी भारत माता की संतान
है फिर भेदभाव क्यों ?
अनुसूचित
जाति,जनजातियो
का खुलेआम अपमान करती है L
.I .C .| विभागीय
पदोन्नति में अनुसूचित जाति,
जनजातियो को
मंद बुद्धि का समझ कर विशेष
प्रशिक्षण की व्यवस्था करती
है हिन् भावनाओं के चलते |
क्या दलित मंद
बुद्धि का होता है ? बुद्धि
जात विशेष पर निर्भर करती है
,सपनो को
प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं
वरन उन्हें समझा जाता है |
क्या भारतीय
सेना में आरक्षण विहीन क्षेत्र
में अनुसूचित जाति जनजातियो
तथा आदिवासियों ने पदोन्नति
नही पायी है ?
भारत
रत्नं डॉ भीमराव अम्बेडकर,
मायावती
जी,कासीराम,
शेरपा तेन सिंह
महान सर्वेयर नैन सिंह रावत
पदम श्री लक्ष्मण सिंह
जंगपांगी,विजेंद्रीपाल
ने जो राष्टहित में किया क्या
आरक्षण के दायरे में रह कर
किया ? L .I .C .घटिया
हरकत नहीं करती तो में आज एक
आदिवासी टाप का एजेंट होता |
उत्तराखंड
राजनेता, मिडिया,
प्रशाशन,
पुलिस,न्यायपालिका,आयोग
आयुक्त, खुले
आम दलितों की अवहेलना तथा नजर
अंदाज करते है | एक
एक साक्ष्य मेरे ब्लाग में
है जिनका अवलोकन समूचा विश्व
कर रहा है |
सादर से
जसवंत सिंह
जंगपांगी
असहनीय दलित उत्पीडन में अकेला संघर्ष
असहनीय
दलित उत्पीडन में अकेला संघर्ष
सामाजिक
न्याय में संघर्ष ,
न्याय
नही मिला
में
हरीश राम पुत्र स्व० नाथूराम
नई बस्ती डीडीहाट पिथौरागढ़
उत्तराखंड 1999
में
12 साल
का था हमारे परिवार में गहरा
संकट आ पड़ा,
हम
तबाह हो गये घर सामनो की नीलामी
पिताजी को सजा फिर मृत्यु |
पिताजी
के नाम से हजारो का हेसियत
प्रमाण नगर पंचायत से प्राप्त
कर कुछ पैसा शराब के लालच में
जिला न्यायालय में तिब्बती
अभियुक्तों की जमानत करा दी
| अभियुक्त
तारीको में आये नही,न्यायालय
में उपस्थित में हुए नहीं |
न्यायालय
ने जमान्तियो पर कार्यवाही
कर दी घर के सामनो को पुलिस
उठा कर ले गयी फिर नीलामी की
गयी | फर्जी
हैसियत को मेरी माता जी ने
एडवोकेट कुंदन सिंह कफलिया
के द्वारा न्यायालय में चुनोती
दी गयी थी |
पर
बख्स दिए गये फर्जी हैसियत
बनाने वाले |
न्यायालय
में जमानत राशि जमा करना था
मेरी माँ के पास पांच हजार
रूपया बैंक में जमा थे रशीद
सुधा जोशी के पास रखे थे 26
अगस्त
1999 में
रशीद मांगने पर मेरे माँ बाप
को सडक में घसीट घसीट कर पिटा
गया बैंक जाने पर बैंक मेनेजर
द्वारा धक्के मारकर मेरी माँ
को यह कह बहार किया कि तेरा
बैंक में कोई पैसा नहीं है |
मामला
पुलिस थाना डीडीहाट,पुलिस
उपाधीक्षक के पास पंहुचा
मीडिया की सुर्खिया बनी |
पैसा
नही मिला पेसो के आभाव में
मेरे पिताजी स्व नाथूराम को
सजा हो गयी जिला जेल अल्मोड़ा
भेज दिया गया |
जहां
आत्म ग्लानी से गंभीर बीमार
पद गये घर भेज दिया गया फिर
मृत्यु हो गयी |
मेरे
पिताजी शराब पीते थे वह जमानती
थे वह जामनती थे शातिर अपराधी
नहीं थे |
दूसरे
जामनती ने 5
हजार
न्यायालय में जमा किया सजा
से बच गया |
पुलिस
जांच में स्पष्ट हुआ,रशीद
सुधा जोशी के पास ही थी |
रशीद
देने में संकोच क्यों |
वर्ष
2006 में
केस स 847/006
जयंती
देवी बनाम सुधा जोशी जूनियर
डिविजन न्यायालय डीडीहाट में
दायर
हुआ मजिस्ट्रेट पेसकार ने
कहा बड़े लोगो से मत टकराओ केस
वापस ले लो उस समय हमारा सहयोगी
जसवंत सिंह जंगपांगी अल्मोड़ा
जेल में था हमारा कोई सहयोगी
नहीं था केस वापस ले लिया |
फिर सुधा जोशी के वकील
अरविन्द चोहान ने नोटिस पारित
कर कोर्ट खीचने का धोंस दिया,
फिर मेनें जसवंत सिंह
जी की मदद से नोटिस का मुहतोड़
उत्तर जवाब दिया तब से बोलती
बंद है |1999 में बेंक
से पैसा मिल जाता तो में अनाथ
तथा मेरी माँ विधवा नहीं होती
| जसवंत सिंह ने बहुत
सहा है हमारे लिए में उनका
आभार व्यक्त करता हूँ |
जसवन्त सिंह के प्रयासों
के चलते 2001 में 10
हजार से ज्यादा का
भुगतान मेरी माता श्रीमती
जयंती देवी को शपथ पत्र से
जिला सहकारी बैंक से किया गया
रशीद फिर भी सामने नहीं आयी
क्योकि रशीद से पूर्व में
फर्जी तौर से पैसा निकल चूका
था पुलिस बैंक ने सुधा जोशी
का बचाव किया था बैंक अधिनियमों
अनुसार बैंक F.D. कभी
भी तोड़ी जा सकती है | अल्मोड़ा
जेल में पिताजी जी से मिलने
गया था | बहुत अफ़सोस
था उनको लोगो ने धोखा दिया
था,मेरे पिताजी की
हत्या की है सुधा जोशी ने,बैंक
ने,नगर पंचायत
डीडीहाट ने, पुलिस
ने , वे चाहते तो हमे
पैसा 1999 में ही मिल
जाता बैंक एफ डी कभी भी तोड़ी
जा सकती है मेरी माँ ने वर्षो
सुधा जोशी के घर में मेहरी का
काम किया था |
हरीश
राम
स्व
कौशल्या देवी को इन्साफ मिलना
चाहिए था जैमती देवी पत्नी
देवेन्द्र सिंह टोलिया अम्बेडकर
वार्ड डीडीहाट
बहुत
खुदार ओरत थी कौशल्या देवी
कठोर परीश्रम से पति पत्नी
ने अपना आशियाना बनाया था पचास
साल से ज्यादा पुराना है उनका
घर अपने छोटे बेटे कैलाश,बहु
तथा छोटी पोती तानिका के साथ
रहती थी | बड़े बेटो
नेंर नाता तोड़ लिया था पति
भवान सिंह की मृत्यु 30 साल
पहले हो गयी थी |
दुसरो
के घरो के आगे से सार्वजनिक
शौचालय पेशाब घर पैदल मार्ग
हटाकर उनके घर के आगे बनाना
अमानवीय था बहुत गिडगिडायी
थी | किसी
का सहयोग मानवीय संवेदनाओ
में नहीं | अपने
सामाजिक न्याय और अधिकारों
में अभाव में रहते हुए भी संघर्ष
पर उत्तर आयी थी | जसवंत
सिंह का भावनात्मक सहयोग
उन्हें मिला | जीवन
में पहली बार 72 वर्ष
की उम्र में नैनीताल देहरादून
हरिद्वार मैदानी क्षेत्रो
को देखा | आर्थिक
तथा मानसिक रूप से परेशान
बीमार पद गयी | बड़े
बेटे ने शौचालय तथा पानी का
रास्ता बंद कर दिया | क्या
करती मेरे घर रहने लगी में एक
विधवा हूँ एक विधवा का दर्द
विधवा ही जानती है | जसवंत
सिंह उनके लिए संघर्ष करता
है जिसका कोई नही होता है |
मेरे घर में
बेहोस हुई फिर मृत्यु हो गयी
कौशल्या देवी |
जैमती
देवी
शांति
देवी टोलिया पत्नी हयात सिंह
तहसील वार्ड डीडीहाट
मेने अंतर
जातीय विवाह किया मेरे पति
बेरोजगार है,मेरे
छोटे छोटे चार बच्चे है |
मेरे पति अचानक
बीमार पड़ गये हमारी आर्थिक
स्थिति दयनीय थी मरणासन स्थिति
में जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़
जसवंत सिंह जंगपांगी ले गये
चिकित्सालय के बरामदे में रह
कर मेरे पति का उपचार किया |
आज मेरे पति
एक दम ठीकठाक है | ऐसा
तो अपने भी नहीं करते है |
कैलाश
सिंह टोलिया
जसवंत सिंह
जो दुसरो के लिए करते है अपने
भी ऐसा नहीं करते है मेरे माता
जी को न्याय दिलाने के लिये
देहरादून, नैनीताल,
पिथौरागढ़,तथा
न्यायालय जसवंत सिंह के अथाह
प्रयासों के चलते आज जमीन
तहसील रिकार्ड में हमारे नाम
पर अंकित हुआ है | मुझे
आशा है हमे इन्साफ भी उनके
प्रयासों से मिलेगा |
कैलाश सिंह
टोलिया
12 -14 साल के आदम आदिवासी नाबालिगो को आजीवन कारावास
12 -14
साल के
आदम आदिवासी नाबालिगो को आजीवन
कारावास
हर
न्यायिक प्रक्रिया व्यस्को
की तरह जिला जय हरिद्वार
सेवा
में
महामहिम
राष्ट्रपति महोदय
भारत
सरकार नई दिल्ली
विषय
:- विलोपन
के कगार में दुर्लभ आदिवासी
जिनकी जनसंख्या देश में सबसे
कम कुपोषण अल्प आयु के शिकार
संख्या घटती जा रही है |
आज
भी आदम स्थिति में जिनका तनिक
भी अपराधिक इतिहास न रहा हो
राजिवनरोत के नाबालिग को आजीवन
कारावास में माफ़ी दया के आधार
पर मुक्ति देने हेतु अनुरोध
|
महामहिम,
गगन
सिंह, जीत
सिंह, जगत
सिंह, मोहन
सिंह ग्राम किमतोली जमतड़ी
तहसिल डीडीहाट जनपद पिथौरागढ़
उत्तराखंड जिला कारावास
हरिद्वार उत्तराखण्ड में
साथी के हत्या मामले में आजीवन
कारावास की सजा काट रहे है
2005 से
| हर
न्यायिक प्रक्रिया व्यस्को
की तरह क्योकि पैरवी तथा बोलने
वाला कोई नहीं जो सरासर
अंतराष्ट्रीय कानून का उल्लघंन
है | माँ
बाप तथा उनके कोम में साहस तथा
आर्थिक तंगी के कारण सभ्य समाज
तथा उनके कानूनों का सामना
करने का हिम्मत नहीं है |
वारदात
के समय उपरोक्तो की आयु 12
-14 साल
की थी स्कूल तथा ग्राम सभा के
रिकार्डो में सभ्य समाज उनका
उपयोग कमाई तथा राजनीति में
करता है उनके समाजिक न्याय
और अधिकारों में बोलने वाला
कोई नहीं |उपरोक्तो
से मिलने के लिए जेल में माँ
बाप रिश्तेदार डर से नहीं जाते
है | सभ्य
समाज के साथ रहते हुए आदिवासियों
ने जेल से बहुत कुछ सीखा है |
आज
उन्हें अपने विरादरी माँ बाप
तथा क्षेत्र के अज्ञानता
जंगलीपन निर्धनता तथा संवेदन
विहीनता होने पर रोना आता होगा
| जेल
से पत्र लिखते है हमने पाचवी
पास कर लिया है हमसे मिलने आओ
नैनीताल जाओ पुष्पा जोशी को
वकील रखो हमारा मेडिकल परिक्षण
कराओ हम नाबालिग है हमने हत्या
भी नही की है |
हम
रिहा हो जायेंगे हमारे एक साथी
के बाप ने ऐसा किया सुशीला
तिवारी मेडिकल कालेज में
परिक्षण हुआ रिहा हो गया |माँ
बाप तथा कोम में साहस तथा आर्थिक
मजबूती तथा जागरूकता की कमी
है तभी तो जंगली है असभ्य
नाबालिग है महामहिम के दया
के पात्र है |
उन्हें
माफ़ी या उनके मामले में विशेष
जांच की जाय |
देश
का कानून तभी अतिसुन्दर कहलायेगा
समूचे विश्व में जब गरीब से
गरीब अज्ञानी से अज्ञानी
आर्थिक तथा सहयोगियों के अभाव
में भी इन्साफ एवं अधिकार मिले
| में
एक सजा याफ्ता हूँ निर्दोष
था तभी अपील नहीं किया |
R.T.I. ने
साबित किया मुझे सजा अधिकारों
का दुरूपयोग न्यायिक प्रणालियों
का उल्लघंन है |
बहुत
कुछ किया मेने राष्ट्र के लिए
देश ने मुझे सजा याफ्ता बना
दिया तब भी देश प्रेम है जो
आखरी सांसो तक रहेगा |
बहुत
मुश्किलों अभावो को सहा है
तब भी अकेला कई भष्ट्राचारो
उत्पीड़नो में संवेदनाओ में
अकेला संघर्ष किया है |
ब्लॉग
में एक एक साक्ष्य है जिसका
अवलोकन समूचा विश्व कर रहा
है | समस्त
मामलो में राष्ट्रीय जांच
एजंसी की चांज की कृपा की भी
गुजारिश करता हूँ |
सादर
से
जसवंत
सिंह जंगपांगी
Wednesday, 3 April 2013
नेशनल (हाइवे) राजमार्ग मंत्रालय
देश
एवं जन हित में
सेवा में
सचिव
महोदय
नेशनल
(हाइवे) राजमार्ग
मंत्रालय
भारत
सरकार, नई दिल्ली
विषय
– संवेदनशील जनपद पिथौरागढ़
उत्तराखंड में राजमार्ग
(हाईवे) में
बी आर ओ तथा लो नि विभाग
द्वारा
सड़क चोडिकरण में अनियमितता
बरतने बावत |
माननीय
पिथौरागढ़ जनपद नेपाल,चीन
की सीमा से घिरा सुरक्षा की
दृष्टि से अति संवेदन शील जनपद
है जहाँ सरकार द्वारा चोडिकरण
हेतु करोड़ो रूपया सेतु तथा
सडक पर व्यय किया जा रहा है |
बी
आर ओ तथा लो नि विभाग बिरान
तथा जंगलो तक को चोडिकरण को
महत्त्व दे रही है | उन
जगहों को नजर अन्दाज किया जा
रहा है, जहा रोड लैंड
कन्ट्रोल एक्ट का खुलेआम
उल्घंन कर अतिक्रमण से अवैध
निर्माण हुआ है | जिस
कारण सुगम सडक नहीं बन पाया
है, भारी ट्रेफिक
जाम की उत्पन्न हुई है |
सरकार का पैसा व्यर्थ
हुआ है |
ओगला
कर्ण प्रयाग मार्ग
किमी 315 रोडवेज स्टेशन डीडीहाट
में नगर पंचायत तथा अन्धो ने
खुलेआम रोड लैंड कन्ट्रोल
एक्ट का उल्लघंन कर अवैध निर्माण
किया है बिना एन ओ सी के |
प्रशासन
आदेशो तथा लो० नि० विभाग के
नोटिसो तक ही सिमित रहा है |
जबकि
उपरोक्त सक्षम थे रोड लैंड
एक्ट में कार्यवाही करने में
|
दुर्भाग्यपूर्ण
है नगर पंचायत जैसी संस्थान
ने अतिक्रमण किया है |
राष्ट्र
तथा जनहित में कार्य वाही की
कृपा की जाय |
जसवन्त
सिंह जंगपांगी
डॉ भीमराव अम्बेडकर की पुन्य जयंती
जय
भीम
भारत रत्न डॉ.भीमराव अम्बेडकर समाजो उत्थान
समिति
जय भारत
भ्रष्टाचार विरोधी जन आन्दोलन
अन्ना
हजारे जिंदाबाद अन्ना हजारे जिंदाबाद
अन्ना हजारे जिंदाबाद अन्ना हजारे जिंदाबाद
अन्ना हजारे अन्ना हजारे जिंदाबाद
सदस्य
-जसवन्त सिंह जंगपांगी
सेवा में
माननीय प्रधानाचार्य महोदय
विद्यालय ............................
डीडीहाट जनपद पिथौरागढ़
माननीय
भारत रत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर की पुन्य जयंती को गत वर्षों की भांति
क्षेत्रीय अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के लोग 14 April 2013 को
हर्षोल्लास से मना रही है जिसमे आप तथा स्कूल सादर आमंत्रित है |
प्रातः
9 बजे L.I.C. कार्यालय से जुलुस का प्रारम्भ लोक निर्माण
विभाग चोराहे तक, 10 बजे माल्या
अर्पण श्रधांजलि एवं सभा | 11 बजे
से डीडीहाट नगर के समस्त विद्यालयों के कक्षा 10 तक के छात्र छात्राओ में जागरूकता अभियान R.T.I.सूचना का अधिकार कानून 2005 भारत सरकार में अपनी जानकारी अभिव्यक्त करने
में भागीदारी करे | जिसमे पुरस्कार की भी व्यवस्था है |
सादर से
धन्यवाद
संरक्षक जीतराम(पूर्व पोस्टमास्टर)
काशीराम,
ललित राम
बलवंत सिंह बोरा (पूर्व प्रधान)
कंगला (होम लेश)
कंगला
(होम लेश)
जात धर्म
क्षेत्रवाद पर लड़ने वालो से
तथा राजनीति करने वालो से कई
अच्छे है |
देहली में
बिंदास जीवन बिताने वाले कंगले
(होम लेश), कंगला
लाइन में देश के हर कोने के हर
मजहब के हर धर्म संस्कृति के
तथा हर जात के मजहब के मानने
वालो की समान रूप से भागीदारी
है जो एक मिनी इण्डिया मिनी
सार्क है, जिसमे
नेपाल, भूटान,
बंगला देश, तिब्बत,
पाकिस्तानी, माल
दीप, भूटान वासियों
की समानरूप से भागीदारी निभाते
है |
खाना मस्जिद
मंदिर,गुरुद्वारों,
चर्चो बौद्धमठो का
हो क्या फर्क पड़ता है सब लाइन
लगाकर खा लेते है |
खाना कपडा
फल बाटने वाला सिख,मुसल्मान,हिन्दू
इसाई,बौद्ध ही उसे
क्या फर्क पड़ता है | भूखे
को जो खाने को दे वही ईशवर
अल्लहा परमेश्वर बौद्ध होता
है कंगलो के लिए |
फुट फाथो
रेन बसेरो में कोई नही पुछता
वह हिन्दू है मुसल्मान सिक्ख,ईसाई
बौद्ध है | राह से
बटे हुए
जीवन में असफल जिनको
देहली वालो ने नाम दिया है
कंगला |
कंगलो ने
राह से भटकर अपने तथा अपने घर
को ही तबाह किया है |
असली भटके
वे लोग है जो जात धर्म तथा
क्षेत्र के नाम पर झगड़ते है,
राजीनीति करते है
भ्रष्टाचार में लिप्त है,
इससे तो देश ही समाप्त
हो जायेगा फिर समूचा देश ही
कंगला हो जायेगा |
दिल्ली
दिल वालो की है चौबीसों घंटे
मुफ्त खाना,कपडा
बंटता है, मंदिरों
गुरुद्वारों में चर्चो
में, भेरव
मंदिर में मुफ्त में शराब भी
बढती है तभी हजारो कंगलो को
निक्कमा बना दिया है दिल्ली
वासियों ने कंगलो को |
कंगले
बिन दिल्ली वासी तथा राजनेता
अधूरे है दानवीरों की कमी नहीं
दान लेने वाला भी चाहिये |
राजनेताओं की
भीड़ चाहिये उसकी भी पूर्ति
करते है, कंगले
शहजादे है दिल्ली तथा राजनेताओ
की बिगडैल ओलाद है कंगले |
बेबसी
मजबूरी तथा भूख आदमी को जात
धर्म क्षेत्रवाद को भुला देती
है |
आज
देश में दलित वह है जिसके पास
कुछ नहीं है | रिशवत
तथा बेईमानी से कमाई है |
कुछ लोगो को
जातिगत धर्म की लड़ाई तथा राजनीति
के लिए उकसाती है | जिसे
भ्रष्टाचार से मुक्ति का मुहीम
ही समाप्त कर सकती है |
जिसके लिए
समूचे राष्ट्र को अन्नाहजारे
जिंदाबाद कहना होगा |
जसवंत
सिंह जंगपांगी
कोई भी नशा छोड़ा जा सकता है आत्म बल से
कोई भी नशा
छोड़ा जा सकता है आत्म बल से
पुष्कर सिंह दीगारी कालिका का धारचूला कभी पुष्कर सिंह दिल्ली फुटपाथों
में भंयकर स्मेकी हुआ करता था,इन्जेक्सनो
से नशा लेता था घर बार परिवार को भूल चूका था | घर से आजीविका के लिए दिल्ली चला आया था फेक्टरीयो में
होटलों में काम किया वर्षो अच्छा पैसा कमाया अच्छा कारीगर बन गया शादी की बच्चे
हुए | संगत के चलते स्मेक की लत
लग गयी | होटलों से निकाला गया
काम मिलता नही था | शादी
पार्टियों में कारीगरी किया करता था | कंगला लाइन में पड़ा रहता था घर परिवार से नाता टूट गया था | एक दिन किसी रिश्तेदार की नजर पड़ गयी |
उसने घर खबर कर दी | फिर क्या था दिल्ली आ गया पूरा परिवार पत्नी
बच्चों तथा माँ बाप को देख कर उस का दिल दहल उठा माँ बाप पत्नी ने घर चलने की
जिद्द की कैसे जाय घर वहा स्मेक तो मिलेगी नही कैसे जिन्दा रहूँगा | उसने घर वालों के सामने एक शर्त रखी पांच हजार
दो तब घर आऊंगा पांच हजार मिल गये सारे पैसो से स्मेक की पुडिया खरीद डाली वह घर
चला आया | निढाल पड़ा रहता था घर
में नाते रिश्तेदारों जानने वाले उमड़ पड़ते में बैचेन हो जाता था, सभी शक्ल सूरत देखकर हेरान थे | पूजा पाठ तथा बकरी की बलि होने लगी | स्मेक धीरे धीरे खत्म होने लगी आखिर वह दिन भी
आया जब आखिरी पुडिया भी समाप्त हो गयी थी | बैचेनी घबराहट से नीद नहीं आ रही थी पत्नी बच्चे सोये
थे | सुबह के चार बजे थे में
खिड़की से बाहर निकला रोड में वही समय
धारचूला दिल्ली का था | कुछ देर
में बस आयी बस में चड गया में |
दिल में ठान ली स्मेक छोड़ने की सरन संस्था के सहयोग तथा कठोर आत्म बल से
स्मेक छुट गयी एक्सर साएज करता हूँ संस्था के मेस में काम करता हूँ पार्टियों में
कारीगरी करता हूँ पैसा मिलते ही घर भेजता हूँ |
साथ में गोपाल मैथानी तथा रणजीत रावत तथा अन्य लड़के है | गोपाल
मैथानी को इंजेक्सन से नसा करने से H .I. V. पोजिटिव है | उसके आंसू दिल को देहला देते है | आँखों को रुला देती है | भटक
गया तथा घर जाऊ कैसे दिलासा के अलावा में कर भी क्या सकता था | प्रताप के खाने पिने में उनका सहयोग मुझे मिला,
फिर धर्मानन्द जोशी ग्राम भनोली चखुटीया
गिवाड 75 वर्षीय रामचंद्र
गोरेदाई नेपाली तथा कई को मरनासन पड़े लोगो को सरण दिलवाया मदर टेरेसा के सरण
संस्था में तथा में मदर टेरेसा का मानवीय संवेदनाओं में सेवा देखकर में दंग था ही
गुरुद्वाराओ की संस्कारों जन सेवा ने मुझे बहुत नसीहत दी |
दिल्ली दिल वालो की है दिल्ली में कोई भूखा नहीं मरता मंदिरों,गुरुद्वारों,मस्जिदों,चर्चो, बौद्ध मठे
चौबीसों घंटे शाकाहारी मांसाहारी भोजन, कम्बल कपडे पैसे बनते जाते है | भेरव मंदिर में मुफ्त में शराब भी बांटती है | तभी हजारो कंगले निठले विंदास होकर जीते है खाओ पियो
मस्त रहो | बहुत कुछ दिया है
मुझे दिल्ली ने जब जाता हूँ कुछ न कुछ मिलता है मुझे |
में और कंगला लाइन का अवलोकन की कृपा की जाय |
R.T.I. आवेदन लोकसूचना अधिकारी पुलिस अधिक्षक कार्यालय
भ्रष्टाचार
विरोधी जन आन्दोलन
अन्ना
हजारे जिंदाबाद अन्ना हजारे
जिंदाबाद अन्ना हजारे जिंदाबाद
अन्ना हजारे जिंदाबाद अन्ना
हजारे अन्ना हजारे जिंदाबाद
सदस्य -जसवन्त
सिंह जंगपांगी
R.T.I.
कार्यकर्ता
E-mail-jjanpangi@gmail.com
R.T.I. आवेदन दिनांक …...................
शुल्क
बतौर दस रुपया मात्र भारतीय
पोस्टल आर्डर का उपयोग
श्रीमान
-लोकसूचना
अधिकारी
पुलिस
अधिक्षक कार्यालय
जनपद
पिथौरागढ़
विषय
:-सिद्ध
दोष केदियो एवं पुलिस हिरासत
से लापता अभियुक्त के मोलिक
अधिकारों एवं मानवता अधिकारों
के उल्घंनो में स्वयं तथा
R.T.I. के
धारा 6
(3) के
अंतर्गत जवाब देहि से पारदर्शिता
पूर्ण सूचना चाहने बावत |
(1)
- मान सिंह रजवाड पुत्र इंद्र सिंह रजवाड बनरोत आदिवासी ग्राम किमतोली जमतड़ी थाना अस्कोट तहसील डीडीहाट जनपद पिथौरागढ़ को जोलजीबी पुलिस ने विजय सार से नशे के हालत में हिरासत में लिया था तब से घर वापस नहीं आया है सत्य है सुचना की कृपा की जाय |
- उपरोक्त मामले में मेरे द्वारा महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड शासन से शिकायत कि थी महामहिम के आदेश पर मामले में राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण उत्तराखंड ने जांच आरम्भ की थी, मेने राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण कार्यालय देहरादून में अपने बयान तथा साक्ष्य 6 सितम्बर 2011 को प्रस्तुत किया था सत्य है | उपरोक्त समन्ध में सम्बन्धित प्रतिलिपिया उपलब्ध करने की कृपा की जाय |
- उपरोक्त मामले में पुलिस द्वारा दी गयी स्पष्टीकरण तथा माननीय राज्य प्राधिकरण द्वारा की गयी निस्तारण तथा मानसिंह की पत्नी श्रीमती कौशल्या देवी पत्नी मान सिंह तथा ग्राम वासियों के बयानों की प्रतिलिपिया उपलब्ध कराने की कृपा की जाय |
- उपरोक्त मामले को रफा दफा करने चुप रहने के लिए कुछ लोगो के सहयोग से पुलिस द्वारा बी० पी० एल० अति गरीब मान सिंह के पत्नी कौशल्या देवी तथा बच्चो के नाम लांखो की F.D. की है सत्य है | F.D. की प्रतिलिपि उपलभ्ध कराने की कृपा की जाय |
(2)
- (1 ) गगन सिंह S/O जीत सिंह (2) जगत सिंह S/O मोहन सिंह उपरोक्त ग्राम वासियों पर थाना अस्कोट द्वारा साथी के हत्या में 2005 में निरुद्ध कर हिरासत में लिया था सत्य है | सूचना की कृपा तथा समस्त विवरण पुलिस सम्बन्धी उपलभ्ध कराने की कृपा की जाय |
- उपरोक्तो को आजीवन कारावास की सजा हुई है | उपरोक्त डीडीहाट,पिथौरागढ़,अल्मोड़ा जेलों में व्यस्क बन्दि कैदियों के साथ रहे है | जमानत की कार्यवाही गरीबी के कारण नहीं हुई थी सत्य है सूचना की कृपा की जाय |
- ग्राम सभा जमतड़ी के परिवार रजिस्टर तथा स्कूल रिकार्ड के अनुसार वारदात के समय उनकी आयु मात्र 12 -14 साल की थी पुलिस ने उन्हें 18 साल से ज्यादे की उम्र दिखाकर हत्या में चालान किया था सत्य है जो अमानवीय तथा अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लघंन है सूचना दे | उपरोक्तो से प्रतिलिपिया उपलब्ध कराया जाय
- राष्ट्रिय विधिक सेवा प्राधिकरण के नि:शुल्क विधिक सेवा के सहयोग से मेने उपरोक्तो के लिए जेल अपील माननीय हाईकोर्ट में दाखिल किया था जिसे माननीय हाईकोर्ट ने ख़ारिज कर दिया था पुष्टी कर सूचना जिला जेल हरिद्वार से करने की कृपा की जाय |
- महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड के आदेश पर मामले में एस० डी० एम० डीडीहाट ने माँ बाप ग्रामीणों तथा ग्राम प्रधान के बयान दर्ज तथा स्कूल तथा ग्राम सभा परिवार रजिस्टर की जांच की गयी थी जिसमे उपरोक्त नाबालिग साबित हुए थे फिर भी रिहायी नहीं हुई सत्यता में सूचना की समस्त प्रतिलिपिया उपलब्ध कराया जाय |
- उपरोक्त बच्चो ने हरिद्वार जेल से कक्षा पांच की परीक्षा उत्तीर्ण की है स्कूल द्वारा आयु का आकलन 2009 में 19-20 साल की है यानी वारदात 2005 के समय उपरोक्त 15 – 16 साल मात्र के ही थे सत्यता की सूचना हरिद्वार जेल से उपलब्ध कराने की कृपा की जाय |
- उपरोक्तो की आयु परिक्षण मेडिकल उपरोक्तो को आजीवन कारावास से निजात दिला सकती है सूचना की कृपा की जाय |
- उपरोक्तो से मिलने वालो की सूची जेलों से उपलब्ध कराने कृपा जाय |
- विलोपन के कगार में पहुचे दुर्लभ आदिवासी जिनकी जनसंख्या प्रदेश तथा देश में सबसे कम है जो आज भी आदम स्तिथि में है (राजी वनरोत ) जिनका आपराधिक इतिहास पूर्व में तनिक भी नहीं रहा है सत्य है जोलजिबी धारचूला डीडीहाट तथा अस्कोट में उपरोक्तो के खिलाफ पंजीकृत मुक्कदम्मो का दस साल के विवरणों की सूचना देने की कृपा की जाय |
(3)
- स्व नाथू राम पुत्र रतन राम नई बस्ती डीडीहाट जनपद पिथौरागढ़ द्वारा एन डी पी एस के अभियुक्त तिब्बती मूल के नेपाली नागरिको के जमानत लेने अभियुक्तों के न्यायालय में उपस्थित न होने पर माननीय जिला न्यायालय के आदेश पर डीडीहाट पुलिस द्वारा उपरोक्त के सामनो को जब्तकर नीलाम किया 1999 में जमानत राशी की भरपायी न होने पर डीडीहाट पुलिस ने उसे अल्मोड़ा जेल भेज दिया गया जहा वह गम्भीर रूप से बीमार पड़ गया, उसे घर भेज दिया गया घर में उसकी मृत्यु हो गयी वह शातिर अपराधी नहीं जमानती मात्र था उपरोक्त में सत्यता में सूचना उपलब्ध कराने हेतु थाना डीडीहाट,जिला जेल अल्मोड़ा तथा नगर पंचायत डीडीहाट से पुष्टी कर सूचना उपलब्ध कराने के कृपा की जाय |
- स्व नाथूराम पुत्र रतन के पत्नी जयन्ती देवी के पास पैसे बैंक में जमा थे | बैंक रशीद महान भाजपा नेता सभासद जय फार्मेसी के मालकिन आयकर दाता श्रीमती सुधा जोशी पत्नी बी डी जोशी के पास रखे थे जिसके घर जयंती देवी वर्षो से मेहरी का काम करती थी 26 सितम्बर 1999 को बैंक रशीद मांगने पर सुधा जोशी के परिवार जनो ने अनुसूचित जाति बाहुल्य नई बस्ती के सामने पति पत्नी को घसीट घसीट कर पीठा गया जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया | बिना रशीद बैंक जाने पर जिला सहकारी बैंक शाखा प्रबन्धक द्वारा यह कह कर धक्के मारकर बाहर किया गया तेरा बैंक में एक पैसा नही है थाना इंजार्ज बी बी यादव के सामने उसी रोज सुधा जोशी परिवार तथा शाखा प्रबन्धक के खिलाफ़ तहरीर दी गयी F.R.I. हेतु | कार्यवाही न होने पर मामला 5 सितम्बर 1999 को पुलिस उपाधीक्षक पी० सी० सागा के सम्मुख पंहुचा था जयंती देवी के अंगुलियों के निशान लेकर शीघ्र कार्यवाही का आश्वाशन दिया था | सभी प्रकरण मीडिया की सुर्खिया बनी कोई कार्य वाही नहीं हुई सत्य है सूचना की कृपा की जाय |
- उपरोक्त प्रकरणों के चलते 16 फरवरी 2000 को थाना डीडीहाट में केस स०28/2000 सरकार बनाम जसवन्त सिंह धारा 323,504,506 पंजीकृत हुआ था,जिसमे न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी द्वारा दोष मुक्ति के पश्चात् रिविजन में रिविजन माननीय सुप्रीम कोर्ट भारत सरकार तक शुक्र है माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा रिविजन स्वीकार नहीं किया गया सत्य है सुचना की कृपा जाय |
- केस स०29/2000 सरकार बनाम गिरीश जोशी तथा अन्य धारा एस० सी० एस० टी० एक्ट 323 ,504,506 पंजीकृत हुआ था 2000 में जिसमे पुलिस उपाधीक्षक पी० सी० सागा द्वारा एस० सी० एस० टी० ख़ारिज कर दिया गया | जिसे न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी द्वारा पुन: संज्ञान में लिया गया | फिर वर्ष 2000 माननीय हाईकोर्ट नैनीताल का स्टे | दोषी प्रचार प्रसार करता है हाईकोर्ट ने केस ख़ारिज कर दिया है पीड़ित को कोई सूचना नहीं दिया हाई कोर्ट ने सत्य है सूचना की कृपा जाय | माननीय सुप्रीमकोर्ट अपने अहम फेसलो में कह चुकी है यह कानून नहीं अपवाद है हाईकोर्ट को कोई अधिकार नहीं किसी अपराधिक मामले को ख़ारिज करने का | राष्ट्रीय विधिक आयोग से पुष्टिकर सूचना उपलब्ध कराने की कृपा की जाय |
- वर्ष 2001 में जयंती देवी पत्नी नाथूराम को जिला सहकारी बैंक द्वारा शपथ पत्र से दस हजार से ज्यादा का भुगतान किया गया पुलिस जांच में स्पष्ट हुआ था रशीद सुधा जोशी के पास थी उनके पति बी० डी० जोशी ने भी स्वीकारा था रशीद उनके पत्नी के पास ही थी , लोकायुक्त के जांच में जांच अधिकारी देवेन्द्र सिंह नेगी एसपी चित्रांगद वर्ष 2004 सत्य है सूचना की कृपा की जाय |
- वर्ष 2004 मामले में लोकायुक्त के जांच आदेश में जांच अधिकारी देवेन्द्र सिंह नेगी एस पी चित्रागंद | आरोपी- सुधा जोशी थाना इंचार्ज बीबी यादव पुलिस उपाधीक्षक पी० सी० सागा बैंक मैनेजर आर के बंसल मामला 1999,पीड़ित-जसवंतसिंह तथा जयंती देवी |बयान जसवन्त सिंह बीडी जोशी तथा बैंक मैनेजर भूपेंद्र बोरा मामला 2001 का बताकर सुधा जोशी को निर्दोष साबित किया गया पुलिस उपाधीक्षक देवेन्द्र सिंह ने सत्य है मामले में सम्पूर्ण जांच की प्रतिलिपिया उपलब्ध कराने की कृपा की जाय |(क) उपरोक्त जांच को अधुरा विवेक हीनता जानबूझकर दोषियों को पनाह देने वाला ऐसे जांच अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिये राष्ट्रीय विधि आयोग से पुष्टी कर सूचना की कृपा की जाय |(ख) सुधा जोशी आर के बंसल शाखा प्रबंधक पुलिस अधिकारी पीडिता जयंती देवी के बयान पारदर्शिता पूर्ण जांच कही जा सकती है सूचना की कृपा की जाय |
- केस नम्बर 243/006 धारा I .P .C. 499 ,500 सुधा जोशी बनाम जसवन्त सिंह जंगपांगीआरोप(1) माननीय लोक आयुक्त ने दोष मुक्त किया |(2) 1999 में जयंती देवी के पैसे हडपने का आरोप लगाकर खबर छपवाई थी जसवन्त सिंह जंगपांगी 40 दिन सलाखों में फिर दोष मुक्त 13 मार्च 2012 को | आरोप बेबुनियाद निराधार न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी जूनियर डिविजन न्यायालय डीडीहाट से पुष्टिकर सत्यता में सूचना की कृपा की जाय |
- 1999 में पुलिस बैंक अगर मानवीय संवेदनाओ में कार्य करती तो जयंती देवी को 1999 में पैसा मिल जाता | बैंक एफ डी कभी भी तोड़ी जा सकती है दूसरे जमानती धनी राम ने पांच हजार जमा किये सज से बज गया आज वह बी० स० एफ० में है | मात्र 5 हजार के अभाव में तबाह हो गया दलित परिवार | मेरी जिंदगी के 13 साल बर्बाद फिर भी आत्म संतुष्टी है दलित महिला झूठी नहीं थी ईमानदारी टेलेन्ट जात धर्म तथा क्षेत्र पर निर्भर नहीं करती है | नाथू राम की हत्या हुई है जिसके दोषी है बैंक,सुधा जोशी तथा परिवार तथा पुलिस सत्य है | सूचना दे |
आवेदन
राष्ट्रीय एवं प्रान्तीय
सूचना आयोगों को पृष्ठंकित
है |
जसवन्त
सिंह जंगपांगी
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